वरना याद तो रोज दुश्मन भी किया करते हैं।
2.सहारे ढूढ़ने की आदत नहीं हमारी,
हम अकेले पूरी महफ़िल के बराबर हैं।3.तेरी ईगो तो 2 दिन की कहानी है
बट मेरी अक्कड़ तो खानदानी है4.सुन पगली…
तू मोहब्बत है मेरी इसलिए दूर है मुझसे, अगर जिद होती तो मेरी बाहों में होती।
5.वो खुद पे इतना गुरूर करते हैं,
तो इसमें हैरत की बात नहीं,जिन्हें हम चाहते हैं,
वो आम हो ही नहीं सकते।
6.मत करो मेरी पीठ के पीछे बात जाकर कोने में।
वरना पूरी जिंदिगी गुज़र जाएगी रोने में।7.जहाँ कदर न हो अपनी वहाँ जाना फ़िज़ूल है,
चाहे किसी का घर हो चाहे किसी का दिल।
चाहे किसी का घर हो चाहे किसी का दिल।
8.दुश्मनों को सज़ा देने की एक तहज़ीब है मेरी,
मैं हाथ नहीं उठाता बस नज़रों से गिरा देता हूँ।
मैं हाथ नहीं उठाता बस नज़रों से गिरा देता हूँ।
9.अक्सर वही लोग उठाते हैं हम पर उँगलियाँ,
जिनकी हमे छुने की औकात नहीं होती।
जिनकी हमे छुने की औकात नहीं होती।
10.पीने पिलाने की क्या बात करते हो,
कभी हम भी पिया करते थे,
जितनी तुम जाम में लिए बैठे हो,
उतनी हम पैमाने में छोड़ दिया करते थे!!
जितनी तुम जाम में लिए बैठे हो,
उतनी हम पैमाने में छोड़ दिया करते थे!!
11.एक दिन भी न निभा सकेंगे वो मेरा किरदार,
जो लोग मुझे मशवरे देतें हैं हजार।
12.जिंदगी का असली मजा तो तब आता है,
जब दुश्मन भी आपसे हाथ मिलाने को बेताब रहे।13.मेरा स्टाईल और मेरा Attitude
दोनों तेरी औकात से बाहर हैं
जिस दिन इसे जान जायेगा,उस दिन जान से जायेगा।
14.मेरा Attitude तो मेरी निशानी है,
तू बता तुझे कोई परेशानी है।15.बादशाह कोई भी हो,
लेकिन जहाँ हम कदम रखदें,
वहाँ हुकूमत सिर्फ हमारी चलती है।
16.मेरा कोई क्या बिगाड़ेगा,
मेरी तो किस्मत ही उसने लिखी है
जिसका कोई कुछ नही बिगाड़ सकता है।
17.मैं सीधा दीखता हूँ
तो ये मत समझना की
मैं सीधा साधा हूँ,
लोगो की अकड़ धुएं में उड़ा
कर बीड़ी की तरह छोटी कर देता हूँ।
18.सुन बे,
तेरी बदमाशी का सूरज चाहे
कितनी भी बुलन्दियों पर चमके,
अगर हमारी हदो में चमका तो डूब जाएगा।
19.ख्वाइशों का कैदी हूँ,
मुझे हकीकत सज़ा देती है,
आसान चीजों का शौक नही,
मुझे मुश्किले मज़ा देती हैं।
20.भाव हम किसी को देते नही,
और अकड़ हमकिसी की सहते नही।
21.अपना तो बस एक ही उसूल है,
प्यार हदसे ज्यादा, औरनफरत उससे भी ज्यादा।
22.कोई बन्दूक से तो क्यों
तलवार से डरता है,लेकिन हमारी तो आँखे ही काफी हैं
लोगो में ख़ौफ़ फ़ैलाने के लिये।
23.अगर मेरी कोई बात तुम्हे बुरी लगे,
तो ये सोच कर भूल जाना,
की तुम कौनसा मेरा कुछ बिगाड़ सकते हो।
24.खुश रहा करो उनके लिये, जो तुम्हे खुश नही देखना चाहते हैं।
25.वो मंज़िल ही बदनसीब थी जो हमे पा न सकी,
वरना जीत की क्या औकात जो हमे ठुकरा दे।
26.हमारी अफवाह के धुएं वही से उठते हैं,
जहाँ हमारे नाम से ही आग लग जाती है।
27.हमे परेशानी उन लोगो से नही है,
जो हमे पसन्द नही करते हैं,
हमे परेशानी उन लोगो से है
जो हमे पसन्द करने का दिखावा करते हैं।
28.अगर शेर के पंजे में कांटा चुभ जाए,
तो इसका मतलब ये नही की अब राज़ कुत्ते करेंगे।
29. माना की तू शेर है,
पर ज्यादा उछल मत,
हम भी शिकारी हैं ठोक देंगे।
30.मुझे फर्क नही पड़ता, मेरी चाहे तारीफ करो,
या मुझे बदनाम करो, लेकिन जो भी करो
वो खुल कर शरेआम करो।